'तेरे साथ यूँ ही चल पाते, तेरी तरह यूँ ही खुल के बरस पाते, 'तेरे साथ यूँ ही चल पाते, तेरी तरह यूँ ही खुल के बरस पाते,
ग़म न कर रख उम्मीद तू आज़म दुश्मनों को देगा सजा भारत। ग़म न कर रख उम्मीद तू आज़म दुश्मनों को देगा सजा भारत।
पलकें कभी आंखों पर बोझ नहीं होती दोस्ती कभी बेवजह नहीं होती। पलकें कभी आंखों पर बोझ नहीं होती दोस्ती कभी बेवजह नहीं होती।
दोस्त की याद में लिखे गये कुछ लफ्ज़... दोस्त की याद में लिखे गये कुछ लफ्ज़...
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।
चलो एकबार फिर से मिलते हैं व्हाट्सएप्प के मेसेज पे नही । चलो एकबार फिर से मिलते हैं व्हाट्सएप्प के मेसेज पे नही ।